दिनांक 08-12-2016 को माननीय
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा प्रैस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नोटबन्दी
पर किए फैसले के अनुसार अगले ही दिन से 500 ओर 1000 के पुराने नोटो पर प्रतिबंध लगा दिया गया था| इसके
बदले में 500 रुपये व 2000 रुपये मूल्य
के नए नोट जारी किए जा रहे हैं| विभिन अनुमानो के मुताबिक
लगभग 400 करोड़ की जाली करेंसी नोटेबन्दी के बाद खतम हो जाएगी| आप को बता दे कि पूरे भारत में एक रुपये का नोट व सिक्को को छोड़कर बाकी
सभी तरह के नोट छापने का अधिकार सिर्फ ओर सिर्फ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानि RBI
के पास है| एक रुपये के नोट पर वित सचिव
हस्ताक्षर करता है| कोई भी सरकार नोट छापने पर उस पर
नम्बरिंग करती है ताकि जारी की गयी मुद्रा (Currency) का सही
से आंकलन किया जा सके| इसीलिए ही हर नोट के ऊपर अलग से नंबर
तथा छापने का साल अंकित किया जाता है ताकि नोट छापने की जानकारी प्राप्त की जा सके| ओर बाज़ार में चल रहे नकली नोटो की पहचान भी की जा सके| रिजर्व बैंक के पास अब तक के अनुमान के अनुसार 14
लाख करोड़ से 16 लाख करोड़ रुपये के नोट बाज़ार में चल रहे थे
अब देखना ये होगा की नोटो की किल्लत के चलते बाज़ार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
जी द्वारा चलाये जा रहे डिजिटल इंडिया को लोग कितना सफल बना पाएंगे
अक्सर लोग फटे हुये नोट को बाज़ार में
जल्दी से जल्दी चलाना चाहते हैं ताकि यह उनके ही पल्ले या हिस्से में ना पड़ जाए या
सरल भाषा में यू कहें की इस नोट के बाज़ार में ना लेने पर बेकार ना हो जाए परंतु
ज़्यादातर लोग इस जानकारी से अनभिज्ञ होते हैं की फटे हुये नोट को आप बैंक में
जाकर कभी भी बदल सकते हैं| यह नोट बैंक के द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ
इंडिया के पास भेज दिये जाते हैं जिसका नंबर रिजर्व बैंक के डेटाबेस में से डिलीट
या खतम करके उसके बदले में नया नोट जारी कर दिया जाता है ओर उन पुराने नोटों को
जला दिया जाता है या छोटे-छोटे टुकड़े कर दिये जाते हैं ताकि वो बिलकुल भी उपयोग ना
किए जा सके क्योंकि उनके बदले नए नोट जारी किए जा चुके होते हैं
क्या आप जानते हैं कि सुरक्षा कारणो से नोट के सिरियल नंबर में I,J,O,X,Y,Z अक्षर नहीं मिलते |
हर एक देश में अर्धव्यवस्था में वितिय लेन
देन को चलाने के लिए सेंट्रल बैंक होता है जो सभी बैंकिंग सिस्टम (सभी बैंक) को
कंट्रोल या नियंत्रित करता है| भारत में सेंट्रल बैंक ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ है जो भारत का सबसे बड़ा बैंक
है ओर किसी भी प्रकार के लेनदेन या बाज़ार में कैश के चलन हेतु नयी नयी नीतियाँ
बनाने से लेकर मुद्रा स्फीति (महंगाई को नियंत्रित करना) लोन की कीमते निर्धारण
इत्यादि कार्य करता है |
रुपया किस किस रूप मे
हो सकता है
केश (जो बैंक ने टोटल मुद्रा जारी करी है)
, बैंक मे जमा को जोड़कर भारत की कुल जनसंख्या को जोड़ दे तो वह प्रति
व्यक्ति के हिस्से आने वाली रकम आ जाएगी| जिसका उपयोग वह
रोज़मर्रा की ज़िंदगी जीने के लिए उपयोग करता है ( इसे M-3 के नाम से भी
जाना जाता है )