Saturday, June 11, 2016

आईये जानते हैं HTET में बोर्ड ने क्या खोया क्या पाया

जैसा की सभी जानते हैं HTET की 14-November  2015 को लेवल तीन की हुयी परीक्षा रद कर दी गयी थी जिसका कारण पेपर लीक होना बताया गया था। अब यह परीक्षा कब होनी है यह तो कन्फर्म नहीं हैं लेकिन इस परीक्षा पर जो खर्च हुआ वह दोबारा होना तय है। आईये जानते हैं बोर्ड के द्वारा ली जा रही परीक्षा पर खर्च का अनुमान।

मान लेते हैं कुल 1.50 लाख विद्यार्थियों ने एक लेवल हेतु इस परीक्षा को दिया और तीनो लेवल के लिए 4.50 लाख टोटल विद्यार्थी हो गये (यह सब अनुमानित हैं ) बोर्ड द्वारा एक बार पेपर करवाने का खर्च अगर 10 करोड़ का अनुमानित आता हैं तो गणना निम्न प्रकार से हो सकती है।
4.50 x 600 (Per Candidate Fees) =   27    करोड़
4.50 x 700 (Per Candidate Fees) =  31.5   करोड़
4.50 x 650 (Per Candidate Fees) =  29.25 करोड़
अगर एवरेज 650 रूपए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों से देखा जाये तो 29.25 करोड़ इकठे होंगे जिसमें ऑनलाइन फार्म भरवाने से लेकर पेपर करवाने तक का खर्च घटाने पर कितनी बचत या लोस निकल आयेगा।
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